Pudina Ke Aushadhi Gun Ke Fayde : पुदीना में अनेकों औषधि गुण पाए जाते हैं जिनके बहुत फायदे है। पुदीने का प्रमुख उपयोग चटनी के रूप में होता है। इसे दाल , साग , सब्जी में भी डाला जाता है। कढ़ी और काढ़े में भी इसका उपयोग किया जाता है। पुदीने में से अर्क भी निकाला जाता है। पुदीना का उत्पत्ति स्थान भूमध्य समुद्र का प्रदेश है , परंतु आजकल संसार के अधिकांश देशों में इसका उत्पादन हो रहा है।
पुदीना अपच मिटाता है और मुंह में सुगंध उत्पन्न करता है । पुदीने के रस के सेवन से कफ का जमा हुआ जाल टूट जाता है और दमा के रोगों में राहत मिलती है । पोदीना अगर हरा और ताजा हो तो ज्यादा अच्छा रहता है । इसके लिए हम पुदीना घर पर ही उगा सकते हैं । लेकिन यदि हरा एवं ताजा पोदीना उपलब्ध नहीं हो तो पुदीने के पत्तों को सुखाकर उपयोग में लाया जा सकता है ।
पुदीना के औषधि गुण – Pudina Ke Aushdhi Gun
- पुदीना कफ नाशक तथा मल मूत्र की रोकथाम करने वाला है ।
- पुदीना खांसी, हैजा, अतिसार, बुखार में लाभ देता है।
- पुदीना मन को प्रसन्न रखता है तथा पाचन शक्ति बढ़ाता है ।
- पुदीने में विटामिन ‘ए’ अधिक मात्रा में पाया जाता है ।
- पुदीना दुनिया के समस्त रोगों से रक्षा करने वाली एक बूटी के समान है ।
- पुदीना भूख लगाने वाली औषधि है।
- पुदीने में अजवाइन से मिलते जुलते सभी गुण पाए जाते हैं ।और यही गुण पुदीने के अर्क में भी मिलते हैं।
तो अब चलते है Pudina Ke Aushadhi Gun Ke Fayde की तरफ —
पुदीने का बीमारी में उपयोग और फायदे ? – Pudina Ke Fayde
1. चेहरे का सौन्दर्य बढ़ाने में लाभ –
हरे पुदीने की चटनी पीसकर रात को सोते समय चेहरे पर लेप करें । इस प्रयोग से चेहरे के मुंहासे, फुंसियां आदि मिट जाते हैं । तथा चेहरे का सौंदर्य बढ़ जाता है ।
2. पेट के दर्द में लाभ –
सूखा पुदीना और चीनी समान मात्रा में मिलाकर दो चम्मच खाने से पेट का दर्द ठीक हो जाता है ।
3. खाँसी , जुकाम तथा कफ में फायदे –
खांसी, जुकाम तथा कफ जैसी बीमारियों में एक चौथाई कप पुदीने का रस इतने ही पानी में मिलाकर प्रतिदिन 3 बार पीने से फायदा होता है ।
4. त्वचा का गर्मी कम करने में प्रयोग –
हरा पुदीना पीसकर चेहरे पर लगा लें और इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें। इससे त्वचा की गर्मी निकल जाती है ।
5. दमा एवं मन्दाग्नि में प्रयोग –
एक चौथाई कफ पुदीने का रस लें और इतना ही पानी मिलाकर प्रतिदिन 3 बार पिए इससे दमा एवं मंदाग्नि में फायदा मिलता है ।
6. मामूली बुखार आने में फायदा –
पुदीना, काली मिर्च के 5 दाने और नमक स्वाद अनुसार डालकर चाय की भांति उबालकर प्रतिदिन 3 बार पीने से आराम मिलता है ।
7. जमे हुए रक्त को पिघलाने में उपयोग –
चोट आदि लग जाने से यदि रक्त जमकर उसकी गुठली बन गई हो तो पुदीने का अर्क पीने से रक्त की जमी हुई गुठली पिघल जाती है ।
8. पित्ती उछलने में लाभदायक –
10 ग्राम पुदीना , 20 ग्राम गुड़ , 200 ग्राम पानी में उबालकर फिर उसे छानकर पीने से बार-बार उछलने वाली पित्ती ठीक हो जाती है ।
9. हिचकी रोकने के लिए उपयोग –
- पुदीने के पत्ते खाने से हिचकी आना बन्द हो जाती हैं ।
- पुदीने के पत्तों को शक्कर मिलाकर चबाने से भी हिचकी आना रुक जाती हैं।
10. गैस बनने में लाभ –
प्रात:काल 1 गिलास पानी में 25 ग्राम पुदीना का रस और 31 ग्राम शहद मिलाकर पीने से गैस बनना ठीक हो जाती है।