आज हम जानेंगे चीनी खाने के नुकसान के बारे में क्योंकि आज के समय में चीनी का उपयोग बहुतायत से हो रहा है। प्रत्येक मिठाई या मीठी बनने वाली चीज में चीनी डाली जाती है वो चाहे हमारे घर पर बने या दुकान की बनी हुई हो। कभी कभार तो चल जाता है लेकिन जब हम प्रतिदिन इसका सेवन करते है तो नुकसान होना लाज़मी है।
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इसमें कोई विटामिन(Vitamins) या मिनरल्स(Minerals) नहीं होते है बल्कि इसमें सिर्फ कैलोरी(Calorie) और केमिकल्स(Chemicals) होते है।
हमारे लिये चीनी खाने के नुकसान जहर के समान
चीनी खाने के नुकसानों को जानना अति आवश्यक है क्योंकि इसके नियमित सेवन से ऐसी बिमारियाँ लगती है की व्यक्ति के मृत्यु तक पीछा न छूटे। चलिए अब इसे खाने से होने वाले नुकसान जान लेते है :
मोटापा
चीनी में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है। एक चम्मच चीनी में लगभग 15-20 कैलोरीज़ होती हैं। चीनी से प्राप्त कैलोरी आमतौर पर शारीरिक गतिविधियों को पूरा करने के लिए आवश्यक नहीं होती है। अतिरिक्त कैलोरी वसा के रूप में शरीर में संचित हो जाती है, जिससे मोटापा बढ़ता है।
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एक अध्ययन के अनुसार अधिक चीनी का सेवन करने वाले लोगों का वजन उन लोगों की तुलना में अधिक होता है जो कम चीनी का सेवन करते हैं। मोटापा कई बीमारियों का कारण बनता है, जैसे – उच्च रक्तचाप, टाइप 2 डायबिटीज, हृदय रोग इत्यादि। इसलिए, चीनी का अधिक सेवन मोटापे का प्रमुख कारक है।
टाइप 2 मधुमेह
टाइप 2 मधुमेह एक प्रकार का लाइफस्टाइल रोग है जो अत्यधिक चीनी के सेवन से ट्रिगर होता है। चीनी खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ा देती है जो इंसुलिन के प्रति प्रतिरोध का कारण बनता है। इससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर बना रहता है और मधुमेह विकसित हो जाता है।
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यह एक गंभीर चयापचय विकार है जो अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। मधुमेह से ग्रस्त व्यक्ति को अपने खान-पान और जीवनशैली में बदलाव लाना पड़ता है। नियमित रूप से चीनी का अधिक सेवन करने से मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है।
हृदय रोग
चीनी खून में ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाती है जो हृदय रोगों के लिए खतरनाक होते हैं। ट्राइग्लिसराइड्स रक्त वाहिकाओं को ब्लॉक कर सकते हैं, जबकि उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर से धमनियों में अवरोध पैदा हो सकता है।
इसके अलावा, चीनी में कैलोरी अधिक होने से मोटापा भी बढ़ता है जो हृदय रोगों का एक प्रमुख जोखिम कारक है। इसलिए, चीनी का अधिक सेवन हृदय दौरे, स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है।
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कैंसर
कुछ शोधों से पता चला है कि अत्यधिक मात्रा में चीनी का सेवन कुछ कैंसर जैसे- ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, पेट के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। चीनी में कैलोरी अधिक होने और इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ाने से कोशिकाओं का असामान्य विभाजन बढ़ सकता है, जो कैंसर का कारण बनता है।
हालांकि, अभी तक इस संबंध को पूरी तरह से साबित नहीं किया जा सका है। लेकिन, कुछ अध्ययनों में इशारा किया गया है कि चीनी वाले पेय और खाद्य पदार्थ लंबे समय तक लेने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, चीनी का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
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किडनी की बीमारी
चीनी का अधिक सेवन डायबिटीज और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं का कारण बनता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। चीनी गुर्दों पर अतिरिक्त दबाव डालती है और धीरे-धीरे किडनी को क्षति पहुंचाती है। गुर्दे चीनी और अन्य विषाक्त पदार्थों को फिल्टर करते हैं, इसलिए अधिक मात्रा में चीनी गुर्दों को नुकसान पहुंचा सकती है।
कैल्शियम (Calcium) की कमी
इसे खाने का यह बहुत बड़ा नुकसान होता है क्योंकि आप जो भी मीठे चीजे खाते है ज्यादातर उन सभी चीजों में मीठा करने के लिए चीनी का उपयोग किया जाता है। जैसे कुछ लोग मीठा दूध पीते है, खीर खाते है या खाने के साथ अन्य मिठाई खाते है तो इससे होता यह है की चीनी के वजह से हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है और फिर इस कमी से अन्य रोग भी उत्पन्न हो जाते है।
फैटी लिवर
फैटी लिवर एक गंभीर चयापचय विकार है जो चीनी के अधिक सेवन से होता है। अत्यधिक चीनी वाले पेय और भोजन से लिवर में वसा का जमाव होने लगता है। इससे लिवर फूलने लगता है, जिसे फैटी लिवर कहा जाता है। यह लिवर को नुकसान पहुंचाता है और सिरोसिस जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है।
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दांतों की समस्याएं
चीनी में बैक्टीरिया के लिए पोषक तत्व होते हैं, जो दांतों पर जमा होकर प्लाक और कैरियस का कारण बनते हैं। इसके अलावा, चीनी से एसिड बनता है जो दांतों के एनामेल को क्षति पहुंचाता है। दांतों में बैक्टीरिया और एसिड से होने वाली समस्याएं दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचाती हैं।
पोषण की कमी
चीनी में कोई भी पोषक तत्व नहीं होते हैं। चीनी का अधिक सेवन आहार में पोषक तत्वों की कमी का कारण बन सकता है क्योंकि यह भोजन की जगह ले लेती है। चीनी विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और फाइबर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से पूरी तरह से रहित होती है, जो हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक हैं।
पोषक तत्वों की कमी से कमजोरी, थकान, प्रतिरक्षा क्षमता में कमी, एनीमिया और अन्य कई समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, चीनी का अत्यधिक सेवन पोषण संबंधी कमियों का कारण बन सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य
कुछ शोधों से पता चला है कि चीनी का अधिक सेवन अवसाद, चिंता और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। चीनी खून में सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे रसायनों के स्तर को प्रभावित करती है, जो मूड और भावनाओं को नियंत्रित करते हैं।
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अध्ययनों से पता चला है कि नियमित रूप से चीनी खाने वाले लोगों में अवसाद और चिंता जैसी समस्याएं अधिक पाई जाती हैं। चीनी द्वारा मस्तिष्क के हार्मोन संतुलन में गड़बड़ी मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।
चीनी के स्वस्थ विकल्पों को चुनकर हम चीनी के नुकसानों से बच सकते हैं और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं।
चीनी खाने के नुकसान का निष्कर्ष
इस लेख में हमने चीनी के अत्यधिक सेवन के कई नुकसानों के बारे में विस्तार से जाना। चीनी का अत्यधिक सेवन मोटापा, डायबिटीज, हृदय रोग, कैंसर, किडनी रोग, फैटी लिवर, दांतों की समस्याएं, पोषक तत्वों की कमी और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कई खतरों का कारण बन सकता है।
अतः हमें चीनी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए और चीनी के स्थान पर स्वस्थ विकल्प अपनाने चाहिए। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से हम चीनी के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।
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चीनी खाने के नुकसान से संबंधित प्रमुख प्रश्न :
प्रश्न: चीनी के सेवन को कितना सीमित रखना चाहिए?
उत्तर: चीनी का सेवन निम्नलिखित मात्रा में ही करना चाहिए:
पुरुषों के लिए प्रतिदिन 37.5 ग्राम या 9 चम्मच से अधिक नहीं
महिलाओं के लिए प्रतिदिन 25 ग्राम या 6 चम्मच से अधिक नहीं
बच्चों के लिए प्रतिदिन 3 चम्मच से अधिक नहीं
इससे अधिक मात्रा में चीनी का सेवन नुकसानदेह हो सकता है। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम भी चीनी के सेवन को सीमित रखने में मदद कर सकते हैं।
प्रश्न: चीनी के अत्यधिक सेवन से कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं?
उत्तर: चीनी के अत्यधिक सेवन से निम्नलिखित बीमारियाँ हो सकती हैं:
मोटापा
टाइप 2 मधुमेह
हृदय रोग
कैंसर
किडनी रोग
फैटी लिवर
दांतों की समस्याएं
पोषक तत्वों की कमी
मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं
इस रिफाइंड चीनी में खाली कैलोरी होती है और कोई पोषक तत्व नहीं होते। इसलिए इसका अधिक सेवन हानिकारक है।